CM कमलनाथ ने खोला अपने विधानसभा क्षेत्र में आठवां छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय
छिंदवाड़ा
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने विधानसभा क्षेत्र छिंदवाड़ा में छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की स्थापना की है। उच्च शिक्षा विभाग के दायरे में आने वाले पारंपरिका आठवां विश्वविद्यालय होगा। विवि को स्थापित करने के लिए रानी दुर्गावति जबलपुर और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल के चार जिलों को लिया गया है। इसमें छिंदवाड़ा,बैतूल, सिवनी और बालाघाट शामिल किए गए हैं।
कांग्रेस सरकार ने आते ही छिंदवाड़ा में राज्य का आठवां विश्वविद्यालय स्थापित किया गया है। छिंदवाड़ा विवि को नोटिफिकेशन मंगलवार को जारी किया गया है। इसमें रानी दुर्गावति विवि जबलपुर के तीन और बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल से एक जिले को लेकर तैयार किया गया है। छिंदवाड़ा विवि का कार्यक्षेत्र छिंदवाड़ा, बैतूल, सिवनी और बालाघाट होंगे। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब शासन विवि को स्थापित करने के लिए नये कुलपति और रजिस्ट्रार की नियुक्ति करेगा। शासन कुलपति और रजिस्ट्रार को नियुक्त करने के लिए चयन प्रक्रिया शुरू कर चुका है। बीयू और जबलपुर से कर्मचारी और अधिकारियों को प्रतिनियुक्ति पर भेजकर नये विवि की प्रशासनिक व्यवस्था को पूरा किया जाएगा। इससे नये शैक्षणिक और गैर शैक्ष्ािणक पदों का सृजन होगा।
बीयू से कम होंगे दो दर्जन कालेज
नये विवि की स्थापना से काफी कार्य कम हो जाएगा। इससे बीयू के करीब एक दर्जन परीक्षा कम हो जाएंगे। इसमें सुकतवा, शाहपुर, सारणी, बैतूल के जेएच कालेज, ग्लर्स कालेज और स्वामी विवेकानंद,बैतूल, आमला, मुलताई, आचनेर के चार गणेश कालेज, द्वारका प्रसाद कालेज, महात्मा कगांधी कालेज, सरकारी कालेज और भैंसदेही कालेज शामिल हैं। उक्त स्थानों पर सरकारी सहित निजी करीब दो दर्जन कालेज शामिल हैं। वहीं आरडीविवि जबलपुर के करीब तीन दर्जन परीक्षा केंद्र सहित करीब 100 कालेज छिंदवाड़ा विवि में शामिल हो जाएंगे।
मंत्री पटवारी की बात पर राजी हुई राज्यपाल
विधानसभा की अधिसूचना जारी हो चुकी थी। इसलिए राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने विवि अध्यादेश पर अनुमोदन देने से इंकार कर दिया था। मामला मुख्यमंत्री कमलनाथ के विधानसभा क्षेत्र जुड़ा हुआ था। इसके चलते उच्च शिक्षामंत्री जीतू पटवारी ने राज्यपाल आनंदी बेन पटेल से सत्र पिछड़ने का हवाला देकर अनुमोदन देने की बात कही थी। मंत्री पटवारी को गंभरीता से लेते हुए राज्यपाल पटेल ने छिंदवाड़ा विवि को हरी झंडी दे दी।
http://govtpressmp.nic.in/pdf/extra/2019-06-17-Ex-238.pdf
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